मुकेश खटीक मंगरोप।खबर के प्रकाशन के बाद प्रशासन सक्रिय हुआ है।शनिवार को उपखंड अधिकारी झवरलाल, तहसीलदार भंवरलाल सेन एवं जिला शिक्षा अधिकारी रामेश्वरलाल जीनगर ने सीनियर सेकेंडरी स्कूल का निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान पुराने प्रधानाचार्य कक्ष और तीन अत्यधिक जर्जर कमरों की स्थिति को देखते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया।इस दौरान प्रधानाचार्या कल्पना कुर्मी एवं अन्य स्कूल स्टाफ मौजूद रहा।इसके बाद अधिकारियों ने हमीरगढ़ रोड स्थित महात्मा गांधी स्कूल का भी निरीक्षण किया।निरीक्षण में सामने आया कि स्कूल के अधिकतर कक्ष बुरी तरह क्षतिग्रस्त हैं।वर्तमान में सिर्फ दो कमरे ही शिक्षण योग्य स्थिति में हैं।शेष भवन की हालत बेहद खस्ता है,जो किसी भी समय हादसे का कारण बन सकता है।जिला शिक्षा अधिकारी जीनगर ने स्कूल प्रबंधक वंदना कौशिक को सुरक्षा के दृष्टिकोण से जरूरी कदम उठाने और भवन सुधार को लेकर तत्काल प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।क्षतिग्रस्त स्कूल भवन को ढहाकर उसकी जगह नया भवन बनने तक निर्बाध पढ़ाई के लिए स्कूल प्रबंधन को वैकल्पिक व्यवस्था करने की बात कही ताकि छात्रों की पढ़ाई और सुरक्षा पर कोई असर न पड़े।सवाल उठता है कि दशकों पुराने इन भवनों की मरम्मत अब तक क्यों नहीं हुई?स्थानीय प्रशासन की सक्रियता सराहनीय है,लेकिन अब जरूरत है स्थायी समाधान की।
